सोनभद्र का इतिहास
सोनभद्र जिला
सोनभद्र(Sonebhadra) उत्तर प्रदेश का दुसरा सबसे बड़ा जिला है और 6788 किमी ² क्षेत्रफल और इसमे रहने वालो कि संख्या 1,463,468 (2001 जनगणना) जो 216 किमी ² व्यक्तियों की आबादी के घनत्व के साथ राज्य के चरम दक्षिण में स्थित में है । यह बिहार, झारखंड, मध्य प्रदेश, छत्तीसगढ़ भारतीय राज्य और नेपाल, कोरिया दो देशोँ की सिमाऑ से लगा हुआ है। यॅह राज्य पुर्वांचल मे आता है। पहले ये मिर्ज़ापुर जिले का हिस्सा था पर सन 1990 मे इसको मिर्ज़ापुर से अलग कर दिया गया और यह अपने नाम सोनभद्र के नाम से जाना जाने लगा। इसका जिला मुख्यालय राबर्टस्-गंज (Robertsganj) है। इसको यहा के लोग रापटगंज के नाम से भी बुलाते हैं। राबर्टस्-गंज को सन 2003 मे माननीय लाल कृष्ण आडवानी जी के द्वारा सोनभद्र शहर नाम दिया गया।
सोनभद्र भौगोलिक

- देशांतर - 82.72 एवं 83.33 पूर्व
- अक्षांश - 23.52 और 25.32 उत्तर
- क्षेत्र - 6788.0 वर्ग कि.मी.
- समुद्र तल से औसत ऊँचाई - 285 फुट
- औसत वर्षा - 1036.6 मिमी
- जनसंख्या - 14,63,468
- पुरुष - 7,71,817
- महिला - 6,91,651
- तापमान (सेंटीग्रेड में डिग्री)
- गर्मियों में - 10-45
- सर्दियों में - 8-25
- नदी - बेटा, रिहंद,घाघर,बेलन(टोन्स
जनपद
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